15 मई 2023

फतेहपुर : भृगुधाम भिटौरा में बनेगा विश्व प्रसिद्ध 108 फीट ऊंचा गंगा का मन्दिर, संकल्प सिद्धि धाम का हुआ भव्य शिलान्यास Fatehpur : Sankalp Siddhi Dham Temple Foundation Stone

 

फतेहपुर : भृगुधाम भिटौरा में बनेगा विश्व प्रसिद्ध 108 फीट ऊंचा गंगा का मन्दिर, संकल्प सिद्धि धाम का हुआ भव्य शिलान्यास 
Fatehpur : Sankalp Siddhi Dham Temple Foundation Stone 


जिले में उत्तर वाहिनी गंगा घाट भिटौरा में विश्व का सर्वाधिक ऊंचा 108 फीट का गंगा मंदिर बनेगा. सोमवार (Monday) को भिटौरा में मंदिर निर्माण के वैदिक रीति-रिवाज से भूमि-पूजन कर शिलान्यास किया गया.


फतेहपुर । भिटौरा विकासखंड के बलखंडी घाट में संकल्प सिद्धि धाम का शिलान्यास केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे व डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव की मौजूदगी में किया गया। बता दें कि गंगा नदी के किनारे 108 फुट के बनने वाले विश्व के सबसे ऊंचे गंगा के मंदिर की आज आधारशिला रखी गई है। 


फतेहपुर जिले में महर्षि भृगु की तपोस्थली बलखंडी घाट भिटौरा में संकल्प सिद्धिधाम नाम से 108 फ़ीट ऊँचा माँ गंगा मन्दिर बनने जा रहा है। जिसके शिलान्यास व भूमि पूजन कार्यक्रम में यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, केन्द्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पाण्डेय, केन्द्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह मौजूद रहें। रेवतांचल ट्रस्ट ने उत्तरवाहिनी गंगा के पावन महत्व को समझते हुए इस स्थान को संकल्प सिद्धि धाम बनाने की कार्ययोजना तैयार की है।


इस स्थान को इको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जायेंगा जो पिछड़े जनपद के विकास में सहायक होंगा। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने बताया कि भृगुधाम की तपोस्थली में संकल्प सिद्धि धाम की स्थापना हो रही है। यहां माँ गंगा उत्तर की ओर बहती है और भारत की संस्कृति से जुड़ा हुआ स्थान है। यह धाम एक दिन भारत की संस्कृति का केंद्र बनेंगा और यहां से हमारी सांस्कृतिक विचारधारा व धर्म को उन्नयन करने के हर मार्ग खुलेंगे।


कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करके किया. कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत जिले की सांसद (Member of parliament) व केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने रुद्राक्ष की माला पहनाकर व तुलसी का पौधा, बुके, अंगवस्त्र देकर स्वागत किया.


इसकी आधारशिला केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय, उपमुख्यमंत्री (Chief Minister) बृजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, केन्द्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, विधायक खागा कृष्णा पासवान, विधायक जहानाबाद राजेन्द्र सिंह पटेल, विधायक बिन्दकी जयकुमार सिंह जैकी, भाजपा जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा, स्वामी अखिलेश्वर दास महाराज, पूर्व राज्यमंत्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी सिंह, पूर्व विधायक विक्रम सिंह समेत अन्य पदाधिकारियों एवं अधिकारियों की उपस्थिति में रखी गयी.

  
रेवांताचल ट्रस्ट के अध्यक्ष आलोक पाण्डेय ने बताया कि रेवांताचल ट्रस्ट की ओर से उत्तर वाहिनी गंगा के रूप में भृगु ऋषि की तपोभूमि के रुप मे विख्यात भिटौरा में 108 फीट के मन्दिर का निर्माण किया जाएगा. अक्षांश और देशांतर का योग 108 डिग्री होता है. उन्होंने बताया कि मन्दिर में माँ गंगा की मूर्ति व भगवान शिव विराजमान होंगे. मन्दिर के बाहरी भाग को 365 कलाकृतियों से सुसज्जित किया जाएगा, जो एक भव्यता का अलौकिक स्थान होगा और पर्यटन के रूप विकसित होगा.


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि यह धरती वीर योद्धा ठा0 दरियाव सिंह, जोधा सिंह अटैया, गणेश शंकर विद्यार्थी, सोहनलाल द्विवेदी की पुण्य जन्मस्थली में संकल्प सिद्धि धाम का निर्माण हो रहा है. यह संस्कार और सेवाओं का केन्द्र बनेगा. कुछ देश अपनी सभ्यता को बनाये रखे हैं, जिसमें भारत देश का नाम अपनी सभ्यता को अनवरत बनाये रखने की पहचान है.


उप मुख्यमंत्री (Chief Minister) ब्रजेश पाठक ने कहा कि हमारी संस्कृति के साथ सभ्यता से जुड़ी है, भागीरथी ने अपने पूर्वजों को तारने के लिए माँ गंगा को धरती पर लाये हैं, भगवान शिव ने माँ गंगा की गति को संभाला. हमारी संस्कृति पर अनेकों हमले हुए हैं फिर भी हमारी संस्कृति अनवरत बनी रही.


केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि संकल्प से सिद्धि की ओर जाना हमारे प्रधानमंत्री का जो सपना है वह पूरा होगा. फतेहपुर की तपोभूमि में यह संस्कार की पूँजी इस धाम के माध्यम से विकसित होगी और फतेहपुर का नाम पूरे विश्व मे विकसित होगा.


महर्षि भृगु की तपोस्थली होने के कारण इस स्थान का नाम भृगुठौरा पड़ जिसे अब भिटौरा के नाम से जाना जाता है। रेवतांचल ट्रस्ट ने उत्तरवाहिनी गंगा के पावन महत्व को समझते हुए इस स्थान को संकल्प सिद्धि धाम बनाने की कार्ययोजना तैयार की है। चालीस बीघे भूमि में मंदिर निर्माण के साथ ज्योतिष अनुसंधान पीठ इको टूरिज्म, डाल्फिन दर्शन केंद्र सहित अन्य निर्माण कार्य कराया जाना है। 


रेवताचंल ट्रस्ट की प्रबंध निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. मनोरमा ने बताया कि तीन साल में मंदिर भव्य आकार ले लेगा। कहा कि इस स्थान को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा जो कि पिछड़े जनपद के विकास में भी सहायक होगा। कहा कि ज्योतिष का आधार भृगु संहिता है। यहां पर देश के विद्वान ज्योतिषाचार्यों द्वारा ज्योतिष पर अनुसंधान किया जाएगा। 


नमामि गंगे का दिखेगा स्वरूप : गुजरात कैडर के आइएएस अधिकारी आलोक कुमार पांडेय कहा कि रेवतांचल ट्रस्ट द्वारा प्रस्तावित संकल्प सिद्धि धाम में नमामि गंगे का स्वरूप दिखेगा। गंगा को अविरल व निर्मल रखने की पहल के साथ धर्म-अध्यात्म व संस्कृति का संगम रहेगा। इस पवित्र स्थान को इतना सुरम्य व मनोहारी बनाया जाएगा यह देश व प्रदेश के मुख्य पर्यटक स्थलों में स्थान बनाएगा।

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