15 नव॰ 2021

गंगा तीरे महक उठी जिले की माटी, आयोजित हुई जब फतेहपुर फोरम की सालाना परिपाटी, तय हुआ विकास का एजेंडा

गंगा तीरे महक उठी जिले की माटी, आयोजित हुई जब फतेहपुर फोरम की सालाना परिपाटी


■  तय हुआ विकास का एजेंडा

● - नमामि गंगे योजना के द्वारा गंगा तट भिटौरा को डाल्फिन संरक्षित क्षेत्र घोषित करना।
● - ससुर खरेदी नदी एक,दो व अखनई सहित अन्य झीलों को पुर्नजीवित करने के प्रयास।
● - आर्मी भर्ती के लिए प्रशिक्षण के लिए तैयारियों में संसाधनों का इंतजाम।
● - शिक्षा के क्षेत्र में विकास के लिए विद्यालयों में खेलकूद व पुस्तकालय की व्यवस्था।


फतेहपुर  ।  ओमघाट भिटौरा में रविवार को प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी माटी से माटी अभिनंदन कार्यक्रम की चौदहवीं कड़ी का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न स्थानों में रहकर देश की सेवा कर रहे जिले के गौरवशाली विभूतियों का जमावड़ा लगा। जहां रोजगार, जल संरक्षण समेत जिले के विकास का लेकर आपस में मंथन किया गया। कार्यक्रम में सभी विभूतियों का फूलमाला के साथ शॉल व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। 

धर्म-अध्यात्म की अलख के साथ रविवार को ओम घाट में 'जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी' का भाव हर मन में हिलोरे मार रहा था। गंगा तीरे माटी की विभूतियों का संगम हुआ तो विकास की चिता भी परवान चढ़ी। फूलों की लड़ी से एकता की डोर में बंधने के साथ सभी ने संकल्प लिया कि जो जहां भी जिस मुकाम पर है, जन्मभूमि के लिए त्याग व समर्पण से काम करते रहेंगे। हर तरह का योगदान देकर माटी का कर्ज उतार लेंगे तो जीवन धन्य जो जाएगा। बाहर से आए माटी के लाल अपनों के प्यार और दुलार से गदगद हो गए।

कार्यक्रम में सबसे पहले करोना के दौरान फ़तेहपुर से दिवंगत आत्माओं की शान्ति के लिए दो मिनट का मौनव्रत धारण कर भगवान से प्रार्थना की गई । 


फतेहपुर फोरम के संयोजक स्वामी विज्ञानानंद की उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के संयोजक शैलेंद्र परिहार, मेवा लाल मौर्य एडवोकेट, सुधाकर अवस्थी, प्रदीप कुमार श्रीवास्तव के तत्वाधान में कार्यक्रम का शुभाम्भ किया गया। 

सर्व प्रथम परिचय सम्मेलन हुआ। उसके बाद बीते वर्ष के कार्यक्रम में हुई चर्चा और उस पर हुए अमल पर मंथन हुआ। एक मंच में जमा हुए जिले की विभूतियों ने एक स्वर में जिले के विकास को लेकर दम भरा। आयोजकों ने मंच में आए करीब चार दर्जन से अधिक विभूतियों को सम्मानित किया गया। सुबह से लेकर शाम तक चले कार्यक्रम में एकजुट हुए लोगों ने एक दूसरे के कुशलक्षेम पूछा और मिलने की खुशी जाहिर की। इस मौके पर शैलेन्द्र शरन सिम्पल, राजेन्द्र साहू समेत अन्य तमाम लोग मौजूद रहे।

स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती के इस मौके पर कहा कि हमारा उद्देश्य जिले को विकास को बुंलदियों तक पहुंचाना है। खासकर जल ही जीवन को ध्यान में रखते हुए नदी, तालाब, झील को संरक्षित करने की दिशा व युवाओं के स्वावलंबन पर काम होना चाहिए। कार्यक्रम के संयोजक प्रदीप श्रीवास्तव ने कहा कि फतेहपुर फोरम एक ऐसा मंच है जिसमें जिले ,प्रदेश , देश व विदेश में रह रहे माटी की विभूतियों को मिलाया जाता है। 

नदियों , झीलों के जीर्णोद्धार एवं डॉल्फ़िन संरक्षण पर विशेष प्रयास में गति देते हुए संचालन कर रहे श्री राजीव तिवारी जी के नमामि गंगे के साथ किए गए प्रयास की सराहना की गई । 


सैनिक भर्ती में नौजवानों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष कैम्प आयोजित कर उनके शारीरिक एवं लिखित परीक्षा के प्रशिक्षण का खाका तैयार किया गया । इस काम में लेफ़्टिनेंट कर्नल श्री विनोद त्रिपाठी एवं लक्ष्य एकादमी के एमडी आरपी सिंह ने विशेष उत्साह दिखाते हुए 23 नवम्बर से बिंदकी में दस दिन का स्पेशल कैम्प चलाने की घोषणा की जो सुबह नौ बजे से पाँच तक संचालित होगा।

कमिशनर इनकमटैक्स जयंत मिश्र ने अपने पिता स्वर्गीय प्रोफ़ेसर प्रमोदचंद्र मिश्रा फ़ाउंडेशन के नाम पर एक स्कालरशिप की घोषणा कर जिले के दो प्रतिभाशाली बच्चों को चुनकर प्रेरणा दायक कदम उठाया। दसवी कक्षा में हिमांशी विश्वकर्मा , जिसने उत्तर प्रदेश में पाँचवाँ स्थान और जिले में पहला स्थान हासिल किया है तथा जीआईसी फ़तेहपुर में दसवी कक्षा में सर्वोच्च अंक हासिल करने वाले अभय मौर्य को मेडल व  ₹10,000/ का नक़द पुरस्कार देकर दोनो प्रतिभाशाली बच्चों को सम्मानित किया। 

सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक स्थलों के रखरखाव और उन्हें टूरिज़्म सर्किट से जोड़कर अपनी धरोहर को मुख्य धारा में जोड़ने हेतु एक अभिनव प्रयोग की महत्ता पर बल दिया गया।  शिक्षा,  स्वास्थ्य , रोजगार आदि मुद्दों पर सभी के प्रयासों की प्रशंसा की गई । 

इन विभूतियों का हुआ सम्मान
माटी से माटी अभिनंदन कार्यक्रम में 78 लोगों का सम्मान किया जाना था। जिसमें साहित्यकार, पत्रकार, समाजसेवी, उद्योगपति आदि लोग शामिल किए गए। कार्यक्रम में उपस्थित हुए  लोगों को सम्मानित किया गया। जिनमें भरत मान सिंह एडवोकेट, लेफ्टीनेंट कर्नल अभिषेक मान सिंह, सर्जन डा. प्रशांत कुमार, सुमय्या सिंह एडवोकेट,  सतीश द्विवेदी, साहित्यकार डा. चंद्रिका प्रसाद ललित, शिवशरण सिंह अंशुमाली, एमडी आरबी सिंह, व्यवसायी सोमचंद्र गुप्त, जलयोद्धा उमाशंकर पांडेय, स्टैंडिग काउंसिलिंग हाईकोर्ट उपेंद्र कुमार, इंजीनियर शैलेंद्र तिवारी, बीडीओ शिवानी मिश्र , रक्षा पांडेय, पत्रकार दिलीप सिंह, हाईस्कूल टापर हिमांशी विश्वकर्मा, व अभय मौर्य रहे। 

साहित्यकारों में प्रेमनन्दन, रामनरेश सिंह चौहान, चंद्रभान सिंह त्यागी, यजुवेंद्र नागर, प्रोफ़ेसर जगदीश कुशवाहा , शिवशरण बंधु , महेश चंद्र त्रिपाठी, वारिस अंसारी, मधुसूदन दीक्षित, शिवम् हथगामी, प्रवीण प्रसून , सीमा बाजपेयी, आकांक्षा द्विवेदी, शिवम हथगामी, राम कृपाल उज्जवल, शिवशरण सिंह चौहान, केपी सिंह कछवाह, शिवप्रताप सिंह, कमर सिद्दीकी, तरन्नुम नाज, सुमनलता मौर्य, कर्नल विनोद कुमार, डॉ. सूर्य कुमार आईपीएस सेवानिवृत्त, सोम चंद गुप्ता उद्योगपति, भारत मान सिंह एडवोकेट, नरेंद्र जैन एडवोकेट, शालिनी सिंह, राम सजीवन, निलेश मौर्य, आदि लोग शामिल रहे। सभी विद्वान हस्तियों को विशेष रूप से सम्मानित कर इस साल साहित्य वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय हुआ।

कार्यक्रम में उप संयोजक डा.एमसी तिवारी,शैलेंद्र सिंह परिहार, सुधाकर अवस्थी, राजेंद्र साहू, मेवालाल मौर्य, विभव मान सिंह, संतोष तिवारी, आरपी मौर्य विद्याभूषण तिवारी, शैलेंद्र शरण सिपल, कविता रस्तोगी, कुलदीप सिंह, पंकज त्रिपाठी भी आदि रहे।


शहीद सैनिक के माता पिता का सम्मान
गंगा तीरे एकजुट हुईं जिले की विभूतियों के सम्मान के साथ ही देश के लिए शहीद हुए अमौली ब्लाक के खदरा गांव के सैनिक राजेश की माता कमला एवं पिता छोटेलाल का भी सम्मान किया गया। इस दौरान न शहीद के माता पिता की आंखे नम हुईं बल्कि उपस्थित लोगों में भी सहानुभूति प्रकट होती नजर आई। सभी ने शहीद सैनिक माता पिता पर गर्व महसूस किया। 

साथ ही यह निर्णय किया गया कि शहीदों के सर्वोच्च बलिदान के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए एक नए भव्य वीर /शौर्य स्तम्भ का निर्माण कर जनपद को समर्पित किया जाएगा साथ ही पहले से स्थापित शहीद स्मारक, जो कि सैनिक कल्याण बोर्ड कार्यालय परिसर पर स्थित है, उसके नवीनीकरण पर बल दिया गया।
 


शाम को फतेहपुर फोरम के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी फतेहपुर अपूर्वा दुबे से मिलकर अपनी प्राथमिकताओं से उन्हें अवगत कराते हुए जिला प्रशासन के सहयोग की अपेक्षा रखी।

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