Fatehpur Live : जनपद के विकास के लिए जिला प्रशासन, जनता और सिविल सोसाइटी दोनो को होगा जुटना, वर्चुअल मीट सम्पन्न
■ जनपद में विकास की संभावनाओं को लेकर फतेहपुर फोरम वर्चुअल मीट सम्पन्न,
■ जिलाधिकारी बोले आप दीजिये सुझाव - प्रशासन जमीन पर उतारने को रहेगा प्रयासरत
गत वर्षों की भांति माटी से माटी कार्यक्रम की श्रृंखला एवं फ़तेहपुर स्थापना दिवस के मौके पर फतेहपुर फोरम व न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन के सहयोग से जनपद के विकास पर चिंतन हेतु ऑनलाइन वेबगोष्ठी का आयोजन 10 नवम्बर को शाम 7 बजे किया गया।
वेबगोष्ठी में देश, विदेश में रह रहे फतेहपुर की माटी के ढाई हजार से ज्यादा लोग सीधे मीटिंग में या लाइव जुड़े। ख्यातिलब्ध साहित्यकारों के साथ साथ विशिष्ट मेधा के व्यक्तित्वों के साथ ही साथ जिला प्रशासन की तरफ से स्वयं जिलाधिकारी श्री संजीव सिंह द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत कल्याण मंत्र के द्वारा सीधे ओमघाट, भिटौरा से की गई। माननीय राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त राजभाषा गौरव पुरस्कार 2019-20 विजेता डॉ शैलेश शुक्ल द्वारा जनपद के साहित्यकार श्री वेदप्रकाश मिश्र की कविता का पाठ करते हुए माटी के प्रति कर्तव्यों की याद दिलाई। संचालन का जिम्मा संभाले श्री राजीव तिवारी, विद्युत् अभियंता, भारत सरकार द्वारा फतेहपुर फोरम का परिचय व पूर्व में किये प्रयासों के बारे में बतलाते हुए न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया जिसके सहयोग से फतेहपुर फोरम द्वारा यह वेबगोष्ठी आयोजित की गयी।
प्रथम वक्ता के रूप में श्री प्रदीप श्रीवास्तव, अध्यक्ष फतेहपुर फोरम द्वारा जनपद फतेहपुर में जल और जलाशयों के संरक्षण के साथ साथ ससुरखदेरी नदी के कार्य को आगे बढाने का आग्रह जिला प्रशासन द्वारा किया गया।
ख्याति लब्ध साहित्यकार व समीक्षक डॉ ओम प्रकाश अवस्थी द्वारा फतेहपुर जनपद की सांस्कृतिक उपलब्धियों, विरासत उनकी चुनौतियां को लेकर लोक साहित्य को सहेजे जाने की आवश्यकता बताई।
अपनी साहित्यिक कृतियों के जरिये प्रसिद्द साहित्यकार प्रोफेसर असगर वजाहत द्वारा जनपद की साहित्यिक विरासत को को आगे बढाने की चुनौतियों के साथ साथ रोजगार पर भी फोकस करने की आवश्यकता जताई।
भारत सरकार अंतर्गत डायरेक्टर कौशल विकास मंत्रालय से जुड़ी श्रीमती दीप्ति श्रीवास्तव द्वारा फतेहपुर जनपद जो कि एक पिछड़े जनपद के रूप में चिन्हित है वहां मानव कौशल विकास मिशन की उपलब्धियों, चुनौतियां और संभावित समाधान के बारे में विस्तार से जानकारी दी और केंद्र सरकार की योजनाओं के द्वारा किस प्रकार से फतेहपुर जनपद में बदलाव हेतु वास्तविक रूप में लागू किया जा सकता है इसके बारे में विस्तार से चर्चा की।
वेबगोष्ठी में इसी क्रम में एडवोकेट श्री प्रशांत उमराव सुप्रीम कोर्ट द्वारा फतेहपुर जनपद के समकालीन शैक्षिक उपलब्धियों चुनौतियों और के बारे में विस्तार से बताते हुए उनके द्वारा जनपद के प्रत्येक तहसील में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना के विषय में अपने किए गए अपने प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया गया और जिलाधिकारी महोदय से सहयोग की आकांक्षा व्यक्त की।
श्री जयंत मिश्रा प्रिंसिपल कमिश्नर, इनकम टैक्स द्वारा फतेहपुर जनपद की पहचान के लिए तेंदुली मंदिर के मॉडल का प्रदर्शन किया गया साथ ही साथ इसे जिला प्रशासन द्वारा अपनाने व प्रसारित करने की भी बात कही, जिससे आने वाले समय में इसे जनपद की पहचान के रूप में इसे विकसित किया जा सके।
अपने लेखन के जरिये प्रसिद्द श्री अमित राजपूत द्वारा विस्तार से जनपद के प्राचीन काल से लेकर आधुनिक लेखकों पर विस्तार से परिचय कराया गया साथ ही साथ साहित्यिक व्यक्तित्वों को कैसे आने वाली पीढ़ी से परिचित कराया जाए, इस पर भी विचार व्यक्त किये।
वेबगोष्ठी के अंतिम चरण में उठाए गए विभिन्न मुद्दों व विषयों पर जिलाधिकारी श्री संजीव सिंह द्वारा विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा पूर्ण सहयोग किए जाने की बात कही और कई बिंदुओं पर आगामी कार्ययोजना बतायी।
जनपद के विकास के लिए जिलाधिकारी ने अपनी निजी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए यह आशा जताई कि फतेहपुर फोरम और फतेहपुर की जनता के सहयोग से आगे जल्द बड़े प्रयास और परिवर्तन होंगे और फतेहपुर पिछड़े जनपद के स्तर से जल्द मुक्ति पा सकेगा।
जिलाधिकारी महोदय द्वारा जनपद में पार्क और खेलकूद मैदान की कमी को देखते हुए दर क्लब की स्थापना और उसमें नए सिरे से सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने की भी घोषणा मीटिंग में की गई जिसका सभी उपस्थित सदस्यों द्वारा स्वागत किया गया। जलसंरक्षण एवं प्रतिवर्ष सेना भर्ती हेतु जिला प्रशासन की तरफ से पूर्ण सहयोग हेतु आश्वासन दिया गया।
कार्यक्रम के समापन के अवसर पर श्री शैलेंद्र सिंह परिहार, सचिव दिल्ली सरकार द्वारा सभी फतेहपुर फोरम सदस्यों को अपनी माटी में रहने वाले पारिवारिक सदस्यों एवं मित्रों से लगातार संवाद और सहयोग बनाए रखने का आह्वान किया, तथा सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद अदा करते हुए कार्यक्रम में जिलाधिकारी श्री संजीव सिंह को अपना कीमती समय देकर उपस्थित रहने के लिए विशेष धन्यवाद दिया गया।
वेबगोष्ठी में डॉ. शैलेश शुक्ल, प्रवीण त्रिवेदी, सचिन तिवारी व रविकांत मिश्र आदि द्वारा तकनीकी सहयोग किया गया।
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