।। जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी।।
जन्मभूमि की सोंधी माटी की महक आखिर किसको नहीं भाती है। आज रविवार (9 दिसंबर) को भिटौरा के ओम घाट में उस दृश्य का नजारा देखने को मिलेगा जिसमें इसी माटी में खेल व पढ़कर देश और दुनियां में नाम रोशन करने वाली विभूतियां अपने ही लोगों से मिलेंगी और इस माटी का कर्ज कैसे चुकायें इस पर भी चर्चा करेंगे। खास बात यह है कि विभिन्न क्षेत्रों में बुलंदियों को छूने वाले यह महानुभाव नई पीढ़ी से रूबरू होकर उन्हें आगे बढ़ने की सीख ही नहीं बल्कि उनका हाथ थामकर कुछ कर दिखाने का जज्बा देंगे।
जिले में आस्था का केंद्र भृगुधाम ओमघाट भिटौरा में आज 9 दिसंबर 2012 को जिले की विभूतियों का जमघट लगेगा। कार्यक्रम में जिले का नाम रौशन करने वाले जिले के नागरिकों को सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम के प्रेरक स्वामी विज्ञानानंद महराज ने बताया कि जिले की जो प्रतिभाशाली प्रतिभाएं अपनी योग्यता के बल पर नाम कमा रही हैं, उन्हें जनपद की माटी से जोड़े रखना हम सभी का दायित्व है। सह संयोजक सुधाकर अवस्थी ने बताया कि अलंकरण समारोह में इंसपायर योजना के तहत छात्रवृत्ति पाने वाले छात्र-छात्राएं भी शामिल होंगी।
जनपद के गौरवशाली व्यक्तित्व अलंकरण समारोह की वार्षिक कड़ी में जनपद की उन महान विभूतियों का सम्मान किया जाना है, जो जिले के बाहर रहकर यहां की माटी का मान बढ़ा रहे हैं। इनमें शासकीय सेवा, व्यवसाय, खेल, मीडिया व अन्य क्षेत्र में उल्लेखनीय मुकाम हासिल किये लोगों के नाम शामिल हैं। जिले की मिंट्टी में जन्में यह लोग बाहर रहकर भी यहां के लिये कुछ न कुछ करना चाहते हैं यही उनकी इच्छा है। भिटौरा के ओमघाट-पट्टी विट्ठलपुर सहिमापुर में होने वाले इस अलंकरण समारोह में आने वाली जनपद की इन हस्तियों से मिलने को यहाँ के शहरवासी उत्सुक हैं।
कार्यक्रम के प्रेरक व संयोजक स्वामी विज्ञानानन्द सरस्वती ने बताया कि यही एक ऐसा अवसर आता है जब जिले की विभूतियां एक जगह एकत्र होकर यहां की प्रगति व विकास की चिंता करते हैं। जिले के लिए इससे अधिक गौरव की बात और क्या होगी कि माटी के इन लालों ने दूर रहकर भी माटी का कर्ज उतारने के लिए फतेहपुर फोरम गठित कर यहां के युवाओं को बेहतर शिक्षा व रोजगार देने के प्रयासों की नींव रखी है ।
बहुत अच्छी बात है, ऐसे कार्यक्रम हर क्षेत्र में हों!
जवाब देंहटाएंvery nice.it is all about right for remembering to our regional program.
जवाब देंहटाएंअच्छी बात है.
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