लोकतंत्र के इस महापर्व पर अपनी भूमिका को लेकर युवा मतदाता खामोश भले हो पर खाम खयाली में कतई नहीं है। मतदाता के तौर पर अपने दायित्व को समझ रहा है। आपका सांसद कैसा हो यह पूछने पर कई युवा कहते हैं हमारी बात को उपयुक्त मंच पर मजबूती से कहने वाला और विकास की सोंच रखने वाला हमारा नेता हो। वोट लेकर फुर्र हो जाने वाले को हम नहीं चुनेंगे। अब वही जीतेगा जो काम की बात करेगा। निवर्तमान सासंद से संतुष्ट हैं यह पूछने पर बोले कि पहचानते ही नहीं हैं, सच कभी आमने सामने देखा ही नहीं। काफी युवा अपने वर्तमान सांसद के बारे में ज्यादा नहीं जानते पर अगला नेता चुनने के लिये सावधान हैं। विकास और समस्याओं के निदान के लिये काम करने वाले के लिये ही हमारा वोट होगा। जहाँ कई युवा यह कहते हैं कि बातों के बतासे फोड़ कर खुश होने का वक्त चला गया। अब सबके लिये समभाव से काम करने वाला हमारे मत हकदार होगा। हम सच्चा और ईमानदार नेतृत्व चाहते है। वर्तमान सांसद ने कोई काम नहीं किया जबकि इन्हीं के दल की प्रदेश सरकार दो सालों से काम कर रही है। बोले हमें नकारा नेतृत्व नहीं सक्रिय और सुलभ नेता चाहिये। जब मतदान करने जायेंगे तो उसे ही अपना मत देंगे जिसका अपना चरित्र स्वच्छ हो, कार्यप्रणाली पारदर्शी हो। मन जाना चाहिए कि समस्याओं के प्रति संवेदना और आमजन के लिये प्रतिनिधि की उपलब्धता मतदान में बड़ी कसौटी होगी। हम सब का विचार है कि हमारा सांसद योग्य और समर्थ होना चाहिये। वह सरकारी धन के प्रति ईमानदार और निजी जीवन में बेदाग हो। हमें बाहुबली नहीं बातबली नेता चाहिये जो चुनावी वादे तो पूरा करे ही साथ ही सरल और सुलभ भी हो।
"ऐसे चरित्रवान नेता को सौपेंगे जो हमारी समस्याओं के प्रति संवेदनशील हो, जो क्षेत्र के विकास के लिये संकल्पित हो। "
जवाब देंहटाएंक्या आप बता सकेंगे ये कौनसी दुकान पर मिलते हैं:)