सूर्य पुत्र अश्वनी कुमारो की नगरी असनी कभी छोटी काशी के रूप में विख्यात थी । भागीरथी तट पर बसे इस नगर में अनगिनत मंदिरों के अवशेष गौरवशाली अतीत के मूक गवाह हैं । अश्वनी कुमारों का बस्ती के बीच बना मन्दिर लोगों में भक्ति और आस्था का केन्द्र है । ऐसी भी मान्यता है की भारत वर्ष के प्रतापी राजा सुहौत्र का का यह क्षेत्र है , उनके पुत्र जुन्हु हुए जिनोहने कान्यकुब्ज राज्य की स्थापना की थी ......जिसकी राजधानी असनी थी । मंदिरों की एक लम्बी श्रंखला से इसे छोटी काशी के रूप में भी इसे जाना जाता था । गंगा तट में बसी असनी संत महात्माओं की तपोस्थली रही है । परमहंस महात्माओं की कुटियाएँ भी यहाँ बनी हुई हैं , जिनमे आज भी महात्मा ठहर कर पूजा अर्चना में लीं रहते हैं ।
अश्वनी कुमारों की बस्ती असनि की जानकारी अच्छी रही. हमें नहीं मालुम था की कान्यकुब्ज की राजधानी असनि रही. हम तो कन्नौज समझ रहे थे. आभार.
जवाब देंहटाएंसूर्य पुत्र अश्वनी कुमारो की नगरी असनी कभी छोटी काशी के रूप में विख्यात थी के बारे में अच्छी जानकारी देने के लिए आभार.
जवाब देंहटाएंयह नई जानकारी देने के लिए आभार।
जवाब देंहटाएंघुघूती बासूती