15 मार्च 2009

फतेहपुर:नये मुखौटे में सत्तर हजार से अधिक अपने मतदाता पराये

 

भूगोल के नजरिये से बदली फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में जातीय समीकरणों में भी भारी बदलाव आ गया है। ब्राम्हण, मुस्लिम के साथ लोधी मतदाता बराबरी पर आकर चुनावी समीकरण में जहां अहम बन गये हैं वहीं क्षेत्रफल बढ़ने के साथ ही उनतीस हजार मतदाता कम हो गये हैं। मतदाताओं की पूंजी में अव्वल रहने वाला विस क्षेत्र दूसरे नंबर पर खिसक गया है। परिसीमन से तैयार हुए नये मुखौटे में सत्तर हजार से अधिक अपने मतदाता पराये हो गये हैं जबकि एक लाख की संख्या में किशनपुर व हंसवा विधानसभा के मतदाता लोकसभा क्षेत्र की झोली में आ गये हैं।

2004 के लोकसभा चुनाव में फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में दो लाख सत्तानबे हजार मतदाता थे परिसीमन के बाद मतदाताओं की संख्या अट्ठाइस हजार सात सौ चौसठ कम हो गयी है। किशनपुर व हंसवा विधानसभा क्षेत्र के एक सैकड़ा गांव फतेहपुर की झोली में डाल दिये गये हैं ऐसे में एक लाख नये मतदाता दूसरों से मिल गये हैं जबकि अपने लगभग पचास हजार मतदाताओं से नाता ही टूट गया है। विस क्षेत्र के एक सैकड़ा से अधिक गांव बिंदकी व हुसेनगंज विधानसभा में शामिल हो गये हैं। विधानसभा क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा हुसेनगंज अलग हो गया है और शहर से पचीस किमी दूर बहुआ नगर पंचायत विस क्षेत्र का हिस्सा बना दिया गया है। भूगोल बदलने के साथ ही विस क्षेत्र के जातीय आंकड़ों का भी खेल बिगड़ गया है। मुस्लिम, ब्राम्हण के साथ लोधी मतदाता बराबरी पर आ गये हैं।

240 फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में रामपुर थरियांव, हंसवा, फतेहपुर कानूनगो सर्किल के साथ नगर पंचायत बहुआ व नगर पालिका फतेहपुर शामिल कर लिया गया है। रामपुर थरियांव के आंबी, चक सैय्यद हसन, बेंती सादात, माकूपुर, कठेरवा, सेमरा, आसिकपुर औरेइया, कासिमपुर, बीबीहाट, उमरपुर, आंबापुर, कौंडर, बरई बुजुर्ग, बरारी, सुल्तानपुर, मोहम्मदपुर नेवादा, गुलामीपुर बमरौली, लतीफपुर, हसनपुर, करियामऊ, इमादपुर, सखियांव, जैदपुर, सुदामापुर, पड़री, संग्रामपुर, चौफेरवा, हंसवा कानून गो सर्किल के इकारी, फैजुल्लापुर, औरेई, कुसुम्भी, चक कोर्रा सादात, मीसा, छिछनी, जमलामऊ, मुस्तफापुर, छीतमपुर, रसूलपुर भभैंचा, टीकर, गेंडुरी, धरमपुर सातों, टीसी, सहाबुद्दीनपुर, अतरहा, टेकसारी बुजुर्ग, मुसैदापुर, टेकसारी खुर्द, बहरामपुर, बिलन्दपुर, मीरपुर चक, रसूलाबाद, मिचकी, फरीदपुर, बरसरा, रिठवां, भैरवां, सातों जोगा, डुंडरा, महमदपुर, नंदलालपुर, दसौली, दुगरेई, खटौली, कोरारी, चक रसूलपुर, बनरसी, बरौंहा, कमलापुर, मेवली, हरसिंहपुर, चक आदमपुर, शाहीपुर, सनगांव, सातों पीत, सुल्तानपुर, हंसवा, जमालपुर, फरीदपुर, बकसपुर, चकनथनपुर, हासिमपुर भेदपुर शामिल हो गये हैं।

विधानसभा क्षेत्र के कांधी व हुसेनगंज कानूनगो सर्किल को विधानसभा क्षेत्र से अलग कर दिया गया है। इन दोनों कानूनगो सर्किल क्षेत्र में एक सैकड़ा से अधिक गांव व मजरे हैं। विस क्षेत्र से जुड़े गांव परिसीमन के बाद अलग हो जाने से स्थिति यही बन गयी है कि जो अपने थे वह अब पराये हो गये हैं। नये मतदाता जो अब मिले हैं उसमें राजनीतिक दलों के सामने विस्तारित क्षेत्रफल का संकट बढ़ गया है। आखिर क्षेत्रफल बढ़ा और मतदाता घटे की मुश्किलें भी कुछ कम नहीं हैं।
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साभार - जागरण समाचार )

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