भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को पंद्रहवीं लोकसभा की चुनाव तिथिया घोषित कर दी हैं जिसमें प्रदेश का चुनाव पांच चरणों में होगा। चुनाव तिथि तय होने के साथ ही चुनावी दुंदुभी बज गयी है। राजनीतिक दलों सहित मतदाताओं के बीच भी सरगर्मी तेज हो गयी है। फतेहपुर संसदीय क्षेत्र के लिये अभी तक बहुजन समाज पार्टी ने अपने पुराने सांसद महेन्द्र निषाद को, भाजपा ने सदर विधायक राधेश्याम गुप्त को लोकसभा का प्रत्याशी घोषित किया है। समाजवादी पार्टी से राकेश सचान, अपना दल से सोनेलाल पटेल संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे इसके लिये प्रत्याशियों ने यूं तो पहले से ही प्रचार शुरू कर दिया था, लेकिन तिथि तय हो जाने के बाद सरगर्मी और तेज हो गयी है। प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ बैठक कर कल से ही चुनाव प्रचार रंगत के साथ शुरू करने की रणनीति देररात तक बनाते रहे। कार्यकर्ताओं के हुजूम को किस तरह से जोड़ा जाये इसके लिये प्रत्याशियों ने पार्टी संगठन के पदाधिकारियों को लगाया है। विधानसभा स्तर पर चुनाव कार्यालय खोलकर जिम्मेदारी देने के लिये संगठन सूची तैयार करने में लग गये हैं। संसदीय क्षेत्र के घोषित प्रत्याशियों ने आयोग द्वारा तय की गयी तिथियों पर समर्थन जताते हुए कहा कि पांच चरणों में प्रदेश का चुनाव जिन तिथियों पर कराया जा रहा है सही है।
मतदाताओं को झकझोर कर जीत हासिल करने के लिये चुनावी मुद्दा क्या बनाया जाये इस पर प्रत्याशी उलझे रहे। बताते हैं कि राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों के साथ जिलास्तर के चुनावी मुद्दा को प्रत्याशी अधिक कारगर मान रहे हैं। भाजपा, सपा तो वर्तमान सांसद की निष्क्रियता व विकास कार्य में अनदेखी को ही मुख्य मुद्दा बना रहे हैं जबकि वर्तमान सांसद प्रदेश सरकार की विकास योजनाओं व गरीबों के लिये लागू की गयी योजनाओं को मुद्दों में शामिल किये हुए हैं।
मास्टर जी बहुत अच्छी जानकारी दी आप ने लेकिन जब नेता वोट मांगने आये तो उन से पुरने वादो के बारे भी बात की जाये, जो कभी पुरे नही हुये,
जवाब देंहटाएंधन्यवाद