दैनिक जागरण व एयर इण्डिया के इन प्रयासों की सराहना करते हुए सम्मान से गदगद शिक्षिका व छात्र ने कहा कि इस तरह के प्रयासों से मेधा का उत्साहवर्धन होता है जो कि समाज और देश दोनों के लिये हितकर है। दोनों ने कहा कि निश्चित तौर पर इस तरह के प्रयास और निचले स्तर पर करने की जरूरत है जिससे गांव की प्रतिभाओं को भी आगे बढ़ने का मौका मिल सके। उन्होंने कहा कि यह कभी सोचा भी नहीं था कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। सात सितम्बर 2008 को लखनऊ में आयोजित प्रतिस्पर्धा प्रतियोगिता में महर्षि विद्या मन्दिर की भूगोल की शिक्षिका श्रीमती बीना श्रीवास्तव को बोल्ट एवार्ड में द्वितीय स्थान व कक्षा नौ- अ के सिद्धार्थ सिंह को रैंक एवार्ड मिला है। शिक्षिका छात्र जीवन से मेधावी थीं। हाईस्कूल में मेरिट में स्थान मिला। 1976 में नेशनल मेरिट स्कालरशिप मिली। 1971 व 76 में सर्वोत्तम छात्रा का पुरस्कार मिला। शिक्षिका टेबिल टेनिस की प्रतिभावान खिलाड़ी भी हैं। छात्र सिद्धार्थ भी कक्षा में मेधावी छात्र रहे। प्राचार्य एके मिश्र ने सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि मेधा से और लोगों को भी कुछ सीखने का मौका मिलेगा।
बीना श्रीवास्तव भूगोल शिक्षिकाको बोल्ट एवार्ड व छात्र सिद्धांर्थ सिंह को रैंक एवार्ड में द्वितीय स्थान पर सफलता पर बधाई !
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